बुधवार, 13 नवंबर 2019

प्राकृतिक आपदाओं का जन्म

सब मनुष्य मूर्ख है। क्योंकि इस संसार में जीव जंतु, पेड़ पौधे, खनिज पदार्थ, तथा अन्य सब इस धरा की रक्षा करने वाले हैं और मनुष्य अपने जीवन के स्वार्थ के लिए उपरोक्त का सदियों से उपयोग कर रहा है बस इसी बात को अपने जीवन की उपलब्धि बताता है। उन सब मनुष्यों में से एक में भी हूं जिस कारण विभिन्न प्रकार की आपदाओं का जन्म होता है मुनिराम गेझा ( एक और विचारक ) सामाजिक एवं अन्य सामाजिक विचार मुनिराम गेझा (एक और विचार)

न्याय और न्यायलय

जिस देश के सर्वोच्च न्यायलय को संविधान में जनता के मोलिक अधिकारों का संरक्षक के रूप में नामित किया हों अगर वो ही सर्वोच्च न्यायलय उस देश के करोड़ों लोगों (दलित आदिवासी) के अधिकारों को नष्ट कर सदा के लिए उनके अधिकारों से वंचित कर दें और उस देश की सरकार एवं मिडिया आदि सब चुप रहें तो। दलित आदिवासी समाज उन सब के खिलाफ हथियार उठाकर क्रान्ति करना लाजिमी है। मुनिराम गेझा ( एक और विचारक) सामाजिक एवं अन्य सामाजिक विचार मुनिराम गेझा (एक और विचार)