शनिवार, 11 जनवरी 2020

कोन है समझाने वाले लोग (मुनिराम गेझा एक और)

मुनिराम गेझा ( एक और विचारक ) 02-01-2020 कौन है समझाने वाले लोग जो लोग तुम्हारे अधिकार छीन लेगे वहीं लोग आप को समझाने आएंगे हमने तुम्हारे अधिकार अपने पास गिरवी रख लिए हैं क्योंकि तुम उनकी सुरक्षा नहीं कर सकते हम आपके अधिकारों को छीन कर ही हम आपके अधिकारों की रक्षा कर सकते हैं जब तुम लोग अपने अधिकारों को अपने पास रखोगे तो इन अधिकारों से अपने भविष्य की उन्नति का एक विशाल स्तंभ विश्व के पटल पर स्थापित कर लोगे जो हमें हरगिज़ मंजूर नहीं होगा भारत में जिन शोषित लोगों अपने अधिकार सुरक्षित रखने की है इस लोकतंत्र के भारत में पाखंडवाद को छोड़कर शिक्षा ,संगठन और संघर्ष का रास्ता सदैव के लिए उत्पन्न करें आने वाली भविष्य की पीढ़ियों को नया रास्ता बनाने की जरूरत ना पड़े और और सामाजिक कारवां को वहीं से लेकर चलें जहां पर जिसको तुम लोगों ने छोटा हो अगर आने वाली भविष्य की हर नई पीढ़ी को नया रास्ता तैयार करना पड़ेगा तो तुम्हारे दिए हुए सामाजिक , लोकतांत्रिक, राजनीतिक , आर्थिक और शोषण की राजनीति से आजादी पानी है तो राजनीति का हिस्सा वह हिस्सा बने जो आपके अधिकारों को आपसे छीन कर गिरवी रखने का साहस ना करें परंतु आपकी सोच और मस्तिष्क अपने समाज के प्रति सकारात्मक हो क्योंकि आपकी सोच और मस्तिक से आपके विचारों और आप की राजनीति का सफर को अधिक लंबा बनाने के प्रति सामाजिक चेतना के प्रति आपकी परीक्षा होगी जो आपको समय-समय पर देनी पड़ेगी क्योंकि आपके दुश्मन और आपके अधिकार छीन कर गिरवी रखने वाले लोग आपके साथ हमेशा युद्ध की भक्ति छल कपट से आपके अधिकारों को छीनने का प्रयत्न करेंगे आपका दुश्मन इस लोकतंत्र की राजनीति में आपकी परछाई की तरह तुम्हारे साथ चलेगा और उसकी सोच को पहचानने में आपको कठिन परिश्रम करना पड़ेगा जिससे बहुजन समाज पग पग पर अपने अधिकार खोकर दलदल में धसता रहा है इसके मुख्य कारण हो सकते हैं, शिक्षा का भाव आर्थिक शोषण सामाजिक शोषण और नशे के प्रति जागरूकता ने होना यही कारण बहुजन समाज को हमेशा पीछे रहने का कारण प्रदर्शित करता रहा है और कुछ लोग इन सब के जानकार होने के बावजूद भी अपने बहुजन समाज की उन्नति के लिए पे बैक टू सोसाइटी जा रहा हूं विचार भूलकर टीवी और बीवी मस्त हो गए हैं वह लोग समझते हैं जो हमने पाया है वह सिर्फ हमारी अपनी मेहनत हैं ना कि बाबा साहब द्वारा लिखित संविधान में दिए गए अधिकारों के द्वारा मिला है मुनिराम गेझा ( एक और विचारक )

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